देहरादून: हरकतों में चुलबुलापन, बातचीत में बिंदास, फिलहाल स्टार जैसे नखरे नहीं। हां, अदा जरूर आ गई है। हर सवाल का बेबाकी से जवाब। चाहे वह मामला हाकी का हो या कोई और। खुद हाकी न खेल पाने का मलाल, लेकिन हर चुनौती से निपटने को तैयार। बात चक दे इंडिया फिल्म से देशभर में पहचान बनाने वाली चित्रांशी रावत की हो रही है। घर से दूर चकाचौंध भरी जिंदगी में घर की याद भी सालती है। हाकी का विकास न हो पाने के लिए वे सरकार और फेडरेशन को आड़े हाथ लेती हैं। उनकी इच्छा किसी गढ़वाली अलबम में अपने ऊपर लिखे गाने में डांस करने की है।
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