Saturday, 11 February 2012

अब उत्तर पुस्तिकाओं को देख सकेंगे छात्र

देहरादून। -तकनीकी विविद्यालय ने शुरू की आनलाइन डिजिटलाइट इवैल्यूवेशन की व्यवस्था इस तकनीक को लागू करने वाला नार्थ इंडिया में पहला विविद्यालय बना यूटीयू

देहरादून। परीक्षा में कम नम्बर आने पर गलत मार्किग करने का आरोप लगाकर अपने अभिभावकों व शिक्षकों को गुमराह करना अब तकनीकी विविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए आसान न होगा। विविद्यालय की ओर से वर्तमान सत्र से ही आनलाइन डिजिटलाइट इवैल्यूवेशन की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इससे परीक्षा परिणाम के बाद विद्यार्थी घर बैठे अपने कम्प्यूटर पर अपनी उत्तर पुस्तिका में दिये गए नम्बरों को स्वयं देख सकेंगे। इस व्यवस्था को लागू करने वाला उत्तराखंड तकनीकी विविद्यालय नार्थ इंडिया में पहला विविद्यालय बन गया है। उत्तराखंड तकनीकी विविद्यालय से वर्तमान में 94 तकनीकी व प्रोफेशनल कालेज संबद्ध हैं। इनमें दो सरकारी व दो विविद्यालय के अपने कालेज हैं। इन कालेजों में अध्ययन कर रहे करीब 45,000 छात्र- छात्राएं के लिए यह पहला अनुभव होगा जब वह जांची हुई अपनी उत्तर पुस्तिका स्वयं देख सकेंगे। विविद्यालय के कुलपति प्रो. डीएस चौहान ने बताया कि अभी तक परीक्षा पण्राली मैनुअल संचालित होती थी। इसमें जहां समय अधिक लगता था वहीं उत्तर पुस्तिकाओं को संरक्षित रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। पहले इसके लिए अलग से स्टोर की व्यवस्था करना व उसके रखरखाव पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है। वहीं छात्र-छात्राओं में भी अपने नम्बरों को लेकर संश्य बना रहता है। कापी जांच के लिए छात्र-छात्राओं को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। वहीं इस कार्य के लिए विविद्यालय को अभी अतिरिक्त मैनपावर खर्च करनी पड़ती है। इसको देखते हुए विविद्यालय विगत कई माह से नई तकनीकी पर आधरित आनलाईन इवैल्यूएशन की योजना तैयार कर रहा था। जिसमें उसे सफलता प्राप्त हो गई है। वर्तमान शैक्षिक सत्र से विविद्यालय में आनलाइन डिजीटिलाइट इवैल्यूएशन सिस्टम को अडाप्ट किया गया है। वर्तमान में देश में यह व्यवस्था साउथ के कुछ विविद्यालयों में संचालित हो रही है। नार्थ इंडिया में पहली बार उत्तराखंड तकनीकी विविद्यालय ने अपने यहां इसे लागू किया है।

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