Saturday, 21 January 2012

हमारे वीरों ने फिर मारा मैदान

उत्तराखंड के 9 वीरों को सेना पदक, 11 गढ़वाल और 7 कुमाऊं को प्रशस्ति पत्र
सेना दिवस (15 जनवरी) पर जारी गैलेंट्री अवार्ड सूची में उत्तराखंड के 9 उन शूरवीरों के नाम शामिल

देहरादून। उत्तराखंड के 9 वीरों को उनके अदम्य साहस के लिए सेना मेडल से नवाजा गया। इसमें सेना के 5 मेजर रैंक के अधिकारी, एक कैप्टन, एक जेसीओ और दो अन्य रैंक के नाम शामिल हैं। इतना ही नहीं राज्य की गढ़वाल रेजिमेंट की 11 वीं बटालियन और कुमाऊं की 7 वीं बटालियन गढ़वाल को जीओसी इन सी नार्दन कमान के प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।
सेना दिवस (15 जनवरी) पर जारी गैलेंट्री अवार्ड सूची में उत्तराखंड के 9 उन शूरवीरों के नाम शामिल हैं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेने में अदम्य साहस का परिचय दिया। जम्मू-कश्मीर में सितंबर माह में हुए आतंकियों से मुठभेड़ में देहरादून के सपूत राष्ट्रीय रायफल के मेजर सौरभ सुयाल ने 5 आतंकियों को ढेर कर दिया। उनके इस बहादुरी के लिए सेना की उत्तरी कमांड ने उन्हें सेना मेडल से नवाजा। इसी तरह राष्ट्रीय रायफल के मेजर राजीव भंडारी निवासी पौड़ी, मेजर सुनील नौटियाल निवासी देहरादून आदि ने भी अलग-अलग स्थानों पर हुए मुठभेड़ में आतंकियों को मार गिराया।विभिन्न सैन्य आपरेशनों में अदम्य साहस दिखाने वाले अफसरों, जेसीओ और अन्य रैंक को सेना दिवस पर सेना मेडल सहित अन्य वीरता पदकों से सम्मानित किया जाता है। सीमाओं पर शूरवीरता के लिए उत्तराखंड सर्वोच्च पायदान पर है। उत्तराखंड के शूरवीरों ने अब तक लगभग 1350 पदक हासिल किए हैं।

मेजर सौरभ सुयाल, १२ आर्मड (निवासी देहरादून)
मेजर नीरज पंत, १८ डोगरा (निवासी कुमाऊं)
मेजर राजीव भंडारी, २० माहार (निवासी पौड़ी)
मेजर सुनील नौटियाल,१८ मैक इन्फेंट्री (निवासी देहरादून)
मेजर मनोज डोबरियाल, ८ डोगरा (निवासी कोटद्वार)
कैप्टन मुकुल नेगी, सिग्नल (निवासी कोटद्वार)
सुबेदार पदम सिहं, १५ कुमाऊं (निवासी •कुमाऊं)
हवलदार राम कुमार सिंह, १५ कुमाऊं (निवासी कुमाऊं)
राइफलमैन रमेश सिंह गुसाईं, १० गढ़वाल (निवासी कोटद्वार)


उतराखंड के सेना मेडल (गैलेंट्री)

वर्ष       २६ जनवरी    १५ अगस्त
२००९       १०            १०
२०१०       ११            ९
२०११        ११         १४
२०१२          ९ -
* सूची में सेना मेडल (विशेष सेवाएं) शामिल नहीं है

(लेखक -अरुणेश पठानिया अमर उजाला देहरादून)

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