Sunday, 13 November 2011

भीमताल बनेगा वाटर स्पो‌र्ट्स का केंद्र

राकेश सनवाल, भीमताल
कुमाऊंनी संस्कृति के साथ इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वैलनेस सर्किट योजना के तहत कई पर्यटन स्थलों का कायाकल्प होगा।
केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए आठ करोड़ की धनराशि उत्तराखंड पर्यटन परिषद को स्वीकृत की है। कुमाऊं मंडल विकास निगम इस काम को करेगा।
केंद्र के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने कुमाऊं में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम से प्रस्ताव मांगे थे। वैलनेस सर्किट योजना के तहत कुमाऊं में दो सर्किट बनाये गये हैं। पहले सर्किट में भवाली, भीमताल, रामगढ़, मुक्तेश्वर, हैड़ाखान, हरीश ताल आदि को रखा गया है। इन स्थानों में पर्यटन विकास के लिए केंद्र ने धन स्वीकृत कर कार्यदायी संस्था का निर्धारण कर दिया है। निगम सूत्रों के अनुसार योजना के तहत क्षेत्रों में पर्यटन संबंधी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार कर उन्हें पर्यटकों के योग्य बनाया जायेगा। योजना के तहत ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यावरण संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाएगा। केंद्र से जो गाइड लाइन प्राप्त हुई है उसके तहत राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थलों में 200 मीटर व राज्य स्थल के पर्यटन स्थलों में 100 मीटर के दायरे में पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा। योजना के तहत मार्गो के सौंदर्यीकरण के साथ ही, सड़कों के जीर्णोद्धार, बागवानी, राष्ट्रीय व राज्य महत्व की इमारतों के रखरखाव और पर्यटकों के लिए हट (झोपड़ी नुमा आवास) बनाने को प्रमुखता दी जायेगी। खास बात यह है कि भीमताल को वाटर स्पो‌र्ट्स केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके अलावा बच्चों के ज्ञानव‌र्द्धन को एलसी थियेटर भी बनेगा। साथ ही भवाली में टूरिस्ट मेडीटेशन व क्राफ्ट एंड कल्चर सेंटर बनाने की भी योजना है। वैलनेस सर्किट योजना के दूसरे सर्किट में हरिपुरा, नानकसागर, चंपावत, लोहाघाट, मायावती आश्रम आदि को शामिल किया गया है। सूत्र बताते हैं कि इन क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार से लगभग साढ़े छह करोड़ की धनराशि उत्तराखंड पर्यटन परिषद को मिल गई है। इस सर्किट के लिए कार्यदायी संस्था का निर्धारण नहीं हो पाया है।



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