गंगा और अलकनंदा के तट पर बसे शहर होंगे मिशन में शामिल अभी दून, हरिद्वार और नैनीताल शहरों में चल रहा है मिशन,शहरी विकास विभाग द्वारा गंगा तट पर बसे दूसरे शहरों उत्तरकाशी, देवप्रयाग और ऋषिकेश व अलकनंदा पर बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग व श्रीनगर को मिशन के दूसरे चरण में शामिल करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है।
देहरादून - केंद्र सरकार ने यदि जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय अरबन नवीनीकरण मिशन के दूसरे चरण में राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी तो गंगा व अलकनंदा के तट पर बसे छह अन्य शहर भी मिशन में शामिल हो जाएंगे। अभी देहरादून, हरिद्वार व नैनीताल मिशन के पहले चरण में शामिल किए गए हैं। मिशन के तहत इन तीन शहरों में अवस्थापना सुविधाओं के अलावा सिटी ट्रांसपोर्ट भी तैयार किया जाना है। जेएनएनयूआरएम के तहत केंद्र सरकार ने राज्य के तीन शहरों में सड़कों, सिटी ट्रांसपोर्ट पेयजल, सीवर लाइन व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए करोड़ों की योजनाएं मंजूर की हैं। मिशन के पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार व नैनीताल की बढ़ती आबादी को देखते हुए अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने को प्राथमिकता दी है। राज्य सरकार ने महाकुंभ 2010 में मिशन के तहत सिटी ट्रांसपोर्ट के नाम पर बसों की खरीद की है। कुंभ के दौरान सभी बसें हरिद्वारदे हरादून-रुड़की व ऋषिकेश के बीच संचालित की गई। इन बसों का संचालन आज भी उसी प्रक्रिया के तहत हो रहा है। शहरी विकास विभाग द्वारा गंगा तट पर बसे दूसरे शहरों उत्तरकाशी, देवप्रयाग और ऋषिकेश व अलकनंदा पर बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग व श्रीनगर को मिशन के दूसरे चरण में शामिल करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है। नदी तट पर बसे इन शहरों में सबसे बड़ी समस्या सीवरेज की है। जिस रफ्तार से आबादी बढ़ रही है उसके अनुसार यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं हैं। मिशन के पहले चरण में दून, हरिद्वार व नैनीताल में सड़कों के निर्माण के अलावा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण कार्य चल रहा है।
देहरादून - केंद्र सरकार ने यदि जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय अरबन नवीनीकरण मिशन के दूसरे चरण में राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी तो गंगा व अलकनंदा के तट पर बसे छह अन्य शहर भी मिशन में शामिल हो जाएंगे। अभी देहरादून, हरिद्वार व नैनीताल मिशन के पहले चरण में शामिल किए गए हैं। मिशन के तहत इन तीन शहरों में अवस्थापना सुविधाओं के अलावा सिटी ट्रांसपोर्ट भी तैयार किया जाना है। जेएनएनयूआरएम के तहत केंद्र सरकार ने राज्य के तीन शहरों में सड़कों, सिटी ट्रांसपोर्ट पेयजल, सीवर लाइन व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए करोड़ों की योजनाएं मंजूर की हैं। मिशन के पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार व नैनीताल की बढ़ती आबादी को देखते हुए अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने को प्राथमिकता दी है। राज्य सरकार ने महाकुंभ 2010 में मिशन के तहत सिटी ट्रांसपोर्ट के नाम पर बसों की खरीद की है। कुंभ के दौरान सभी बसें हरिद्वारदे हरादून-रुड़की व ऋषिकेश के बीच संचालित की गई। इन बसों का संचालन आज भी उसी प्रक्रिया के तहत हो रहा है। शहरी विकास विभाग द्वारा गंगा तट पर बसे दूसरे शहरों उत्तरकाशी, देवप्रयाग और ऋषिकेश व अलकनंदा पर बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग व श्रीनगर को मिशन के दूसरे चरण में शामिल करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है। नदी तट पर बसे इन शहरों में सबसे बड़ी समस्या सीवरेज की है। जिस रफ्तार से आबादी बढ़ रही है उसके अनुसार यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं हैं। मिशन के पहले चरण में दून, हरिद्वार व नैनीताल में सड़कों के निर्माण के अलावा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण कार्य चल रहा है।
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