Wednesday, 30 November 2011

राशन में सेंधमारी पर कसेगी लगाम

विकास धूलिया, देहरादून-
सस्ते राशन की दुकानों के बूते घर चलाने वाले राज्य के लाखों लोगों के लिए एक राहतभरी खबर, जल्द ही उन्हें घटतौली, खाद्यान्न वितरण

शिक्षा मित्र बनेंगे 343 आचार्य-अनुदेशक

शिक्षा मित्र बनने से रह गए 343 शिक्षा आचार्य-अनुदेशकों की मुराद जल्द पूरी होगी। सरकार अगले महीने के पहले हफ्ते में उन्हें तोहफा थमा सकती है।

लोक साहित्य लोक के हाथ में

पहल : संस्कृति महकमे के सहयोग से प्रकाशित हुई लोक से जुड़ी बीस कृतियां

Tuesday, 29 November 2011

जेएनएनयूआरएम से जुडें़गे प्रदेश के छह अन्य शहर

गंगा और अलकनंदा के तट पर बसे शहर होंगे मिशन में शामिल अभी दून, हरिद्वार और नैनीताल शहरों में चल रहा है मिशन,शहरी विकास विभाग द्वारा गंगा तट पर बसे दूसरे शहरों उत्तरकाशी, देवप्रयाग और ऋषिकेश व अलकनंदा पर बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग व श्रीनगर को मिशन के दूसरे चरण में शामिल करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है।

सरकार ने युवाओं को रिझाया

उद्योगों की स्थापना के लिए सिं गल विंडो सिस्टम को दिया कानूनी रूप
देहरादून - प्रदेश सरकार ने युवाओं को रिझाने के लिए युवा नीति घोषित कर दी है। इसके तहत युवाओं के लिए विभागों में अलग से बजट व रोजगारपरख शिक्षा की व्यवस्था की गई है।

मुझको पाड़ी मत बोलो, पर सुनूंगा ’बेड़ु पाको‘

आधुनिकता के रंग में रंगी पहाड़ की नई पीढ़ी भी संस्कृति के प्रति है संजीदा
 शहर की चकाचौंध से लोगों का जीवन स्तर ही नहीं जीवन शैली भी बदलती जा रही है। कहने को लोग पहाड़ छोड़कर खुद को देहरादून या दूसरे शहरों का बाशिंदा बताने लगे हैं, लेकिन आज भी  आधुनिक परिवेश वाले पहाडी शहर में ‘पहाड़’ को भुलाना आसान नहीं है। यहां शादी ब्याह में सुनाई देने वाले वाली पहाड़ी वाद्य यंत्रों की गूंज के साथ ही बैंड की धुन पर पहाड़ में गाये जाने वाले लोक गीतों की धुन बजती है तो लोग बरबस ही थिरकने लगते हैं।

उत्ताराखंड आयुष प्री-मेडिकल टेस्ट (यूएपीएमटी)राज्य कोटे की तीसरी काउंसलिंग 30 नवंबर को आयोजित की जायेगी,


Monday, 28 November 2011

तान्या नेगी बनी मिस उत्तराखंड 2011


 देहरादून। -कोटद्वार निवासी मास कम्यूनिकेशन की स्टूडेंट तान्या नेगी निर्णायकों की पहली पसंद बनीं। ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी की छात्रा तान्या मॉडलिंग के क्षेत्र में कॅरियर बनाना चाहती हैं।

Sunday, 27 November 2011

आस्था ने बदल दी सोच

समय के साथ सोच भी बदली और बदल गई बलि देने की परंपरा। 500 सालों से मन्नत पूरी होने पर लोग बलि देते रहे हैं, आज उस बूंखाल मेले में एक भी पशुबलि नहीं दी गई।
अपने इतिहास में पहली बार बिना पशुबलि के संपन्न हो गया बुंखाल मेला

Saturday, 26 November 2011

ग्रुप 21 की 12 केंद्रों पर होगी परीक्षा

रुड़की: समूह ‘ग’ की ग्रुप 21 की परीक्षा 27 नवंबर को चार शहरों में 12 केंद्रों पर होगी। परीक्षा में 42 सौ अभ्यर्थी शामिल होंगे। उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद के संयुक्त सचिव हरि सिंह ने बताया कि 27 नवंबर को ग्रुप 21 के कोड 30 में सिंचाई विभाग के प्रारूपकार के 47 पदों की भर्ती के लिए परीक्षा होगी। परीक्षा के लिए पूरे प्रदेश में चार शहरों में 12 केंद्र बनाए गए। इनमें देहरादून में छह, काशीपुर में दो, श्रीनगर में दो और अल्मोड़ा में दो केंद्र बनाए हैं। परीक्षा सुबह की पाली में होगी।

Friday, 25 November 2011

अस्थायी रूप से 240 दिन से अधिक काम करने वाले को पक्की नौकरी पर रखा जाए : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अस्थायी रूप से 240 दिन से अधिक काम करने वाला कर्मचारी पक्की नौकरी का हकदार हो जाता है। यह जरूरी नहीं कि 240 दिन की अवधि एक कलेंडर वर्ष में पूरी की गई हो।

Tuesday, 22 November 2011

26 हजार में से मात्र दो-ढाई हजार को फायदा ?

तो गिनती के कर्मचारी ही हो सकेंगे नियमित
विनियमितीकरण के लिए अधिसूचना जारी
देहरादून। राज्य के सरकारी दफ्तरों में कार्यरत संविदा, कार्यभारित, दैनिक वेतन भोगी, नियत वेतन,

Thursday, 17 November 2011

समूह ग की परीक्षा तिथियों में फेरबदल






उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद ने 27 नवंबर को होने वाली समूह ग की परीक्षा तिथियों में फेरबदल किया है। जिसके अनुसार - 
      11 दिसंबर- को ग्रुप 10 23 की परीक्षा होगी,
       27 नवंबर- को ग्रुप 21 के कोड 30 की परीक्षा होगी,  
              (20 नवंबर)- गुप दो, चार, सात व तेरह की परीक्षा( यथावत)
  
पूर्व में समूह ग के ग्रुप 10 23 की परीक्षा तिथि 27 नवंबर तय की गई थी।

बेरोजगार छात्र के सपनो पर ग्रहण

शायद ही उनका शिक्षक बनने का सपना पूरा हो, फरवरी 2012  से वि बीटीसी बंद हो जाने के कारण यह बीएड के छात्रों के लिए अंतिम अवसर होगा ......हमारी सरकार जो रोजगार के नाम पर बडे -बडे दावे कर रही ,उसे अन्य कई राज्य की तरह टीईटी के  60 प्रतिशत की अनिवार्यता को 50 प्रतिशत करके छात्रों के हितों का ध्यान रखना चाहिए जिससे बेरोजगार छात्र के सपनो पर ग्रहण न लग सके .।.............

Wednesday, 16 November 2011

राज्य सरकार, बोर्ड और एनसीटीई को नोटिस

 टीईटी परीक्षा को चुनौती
नैनीताल। हाईकोर्ट ने टीईटी के परीक्षा को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के बाद सरकार, विद्यालयी शिक्षा परिषद बोर्ड व एनसीटीई को नोटिस जारी कर तीन सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की एकलपीठ ने बड़कोट (उत्तरकाशी) निवासी मनवीर सिंह आदि की याचिका पर सुवनाई की। इसमें कहा गया है विद्यालयी शिक्षा परिषद ने टीईटी परीक्षा में गणित और पर्यावरण अध्ययन के सवालों में तार्किक बुद्धि के प्रश्न को शामिल नहीं किया गया। यह एनसीटीई की गाइड लाइन के खिलाफ है। साथ ही पांच प्रश्नों पर विवाद उत्पन्न किया गया कि इनके उत्तर उत्तरपुस्तिका में गलत रूप से दर्शाये गये हैं। विवादित प्रश्नों पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार सभी को बराबर अंक दिए जाए तथा जिन प्रश्नों पर याची द्वारा विवाद उत्पन्न किया गया है उन प्रश्नों की भी पुन: समीक्षा कर उन्हें विवादित घोषित कर सभी को बराबर अंक दिए जाएं। एकलपीठ ने सरकार, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद बोर्ड रामनगर व एनसीटीई को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए।

Tuesday, 15 November 2011

UTTARAKHAND Teacher Eligibility Test (TET) announced the results


टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) का बहुप्रतीक्षित रिजल्ट सोमवार को घोषित कर दिया गया। परीक्षा में 11206 यानी महज 27.5 फीसदी ही प्राइमरी शिक्षक बनने के पात्र घोषित किए गए हैं। इस परीक्षा में 42393 परीक्षार्थियों ने आवेदन पत्र भरा था। इसमें से महज 40670 परीक्षार्थी ही परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें 11206 को परीक्षा में सफल घोषित किया गया है। टीईटी में पास होने के लिए सामान्य वर्ग के लिए 60 फीसदी और आरक्षित वर्गो के लिए 50 फीसदी अंक पाने अनिवार्य हैं। इस प्रतिबंध के साथ 150 अंक के प्रश्नपत्र में 90 अंक लाने वाले सामान्य वर्ग और 75 अंक लाने वाले आरक्षित वर्गो के परीक्षार्थी पास घोषित किए गए हैं। 

Download Provisional Score Card
UTET-I Exam, 2011
Enter Your Roll Number to Download Score Card-click down
http://ubse.co.in/DownloadResultUBSE.aspx


or-http://www.ubse.co.in/

Monday, 14 November 2011

पहाड़ से बैर किलै, गैरसैंण गैर किलै , पहाड़ मांगी राजधानी देहरादून सैर किलै-( कौथिग-2011)

कौथिग में गढ़वाली कवि सम्मेलन में उभरी पहाड़ की पीड़ा
देहरादून, अपना राज मिलने के ग्यारह साल बाद भी विकास को तरसता पहाड़, पलायन से सूने होते गांव व खेत-खलिहान, गहरी होती भ्रष्टाचार की जड़ें, राजनीति के झूठे वायदे। यही तो है उत्तराखंड का सच,

Sunday, 13 November 2011

भीमताल बनेगा वाटर स्पो‌र्ट्स का केंद्र

राकेश सनवाल, भीमताल
कुमाऊंनी संस्कृति के साथ इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वैलनेस सर्किट योजना के तहत कई पर्यटन स्थलों का कायाकल्प होगा।

उद्योगो का पहाड़ होगा उत्तराखंड

देहरादून-प्रदेश कैबिनेट ने पर्वतीय उद्योग नीति में संशोधन करते हुए पहाड़ों में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का फैसला किया है। इसके तहत पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों के विकास के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। इन क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों को 30 फीसद अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा कैबिनेट ने राज्य और जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष और सदस्यों के मानदेय में वृद्धि, मैदानी क्षेत्रों के लिए स्टोन क्रशर नीति घोषित, भवन निर्माण के लिए नए बायलॉज लागू, नई खनन नीति को मंजूरी, करगिल शहीदों के आश्रितों के वाषिर्क भत्ते में बढ़ोतरी तथा भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए दी जा रही छात्रवृत्ति को दोगुना करने का भी फैसला किया है।

Thursday, 10 November 2011

स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने दिए तोहफे

देहरादून- राज्य स्थापना की 11वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) भुवन चंद्र खंडूड़ी ने आम लोगों, किसानों, भूतपूर्व सैनिकों और छात्राओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।

Uttarakhand Pre ANM and GNM SECOND COUNSELING 12.11.11 and 13.11.11

Rishikesh-Karanprayag rail link यहां से होकर जायेगी रेल



Wednesday, 9 November 2011

मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुकर गया...(उत्तराखंड स्थापना दिवस पर विशेष)


( विजय त्रिपाठी)
उम्र के नौवें दशक से गुजर रहे शारीरिक तौर पर अशक्त लेकिन हौसले से भरपूर सामाजिक-राजनीतिक आंदोलनों के जरिए सिस्टम से जीवन भर जूझते रहने वाले परिपूर्णानंद पैन्यूली से हाल ही हालचाल लेते हुए पूछा कि कैसे हैं, तो पूरी मासूमियत से बोले-उत्तराखंड से अच्छा। अब उनकी ये हाजिरजवाबी महज ठिठोली थी या तंज, लेकिन आज राज्य स्थापना दिवस पर राज्य की हालत बयान करने के लिहाज से सर्वाधिक उपयुक्त। आज अपना उत्तराखंड 11 साल का हो गया है। बाल्यावस्था से किशोरावस्था की ओर बढ़ चला है। लेकिन पीछे मुड़कर देखें आंखें गीली हो आती हैं। तमाम आधारभूत-मूलभूत सुविधाएं अभी भी नवजात अवस्था में ही हैं, तमाम सपने अभी भी अधूरे ही है, तमाम ख्वाहिशें खारिज-सी हो चुकी हैं। अभी दो आज दो उत्तराखंड राज्य दो-जैसे नारे उस वक्त आवाज नहीं, जुनून थे। हमारा राज्य-हमारा राज की जिद से जूझकर-जान देकर हासिल किया गया उत्तराखंड आज खंडित आशाओं का प्रदेश बनता जा रहा है, शासन-सत्ता से नैराश्य घर करता जा रहा है। कुछ हमने तरक्की की है, कुछ मिसालें कायम की हैं, लेकिन ये लौ अ-विकास केघनघोर-घटाटोप अंधेरे का मुकाबला करने के लिए नाकाफी हैं।
बात तो यही तय थी, हमारे अगुवाकारों को इस राज्य की नई कहानी लिखनी थी, लेकिन हम ठगे से खड़े हैं। किसी शायर की चंद लाइनें ऐसे मौके पर बरबस याद आ रही हैं।
मुझे उससे कोई शिकायत ही नहीं
शायद मेरी किस्मत में चाहत ही नहीं
मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुकर गया
पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नहीं

Friday, 4 November 2011

पांच साल में चढ़ जाएगी पहाड़ पर रेल

नौ नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी गौचर के मैदान में रेल लाइन की आधारशिला रखेंगी।