उत्तराखंड-अंडर-19
वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबलें में भारत ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से
हराकर चौथी बार अंडर-19 व्लर्ड कप जीत कर नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत की
जीत में उत्तराखंड के कमलेश नगरकोटी ने घातक गेंदबाजी करते हुए जीत में अहम
योगदान दिया।
न्यूजीलैंड में चल रही अंडर-19 वर्ल्ड कप में शनिवार को भारत ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर फाइनल का खिताब अपने नाम किया। भारत ने यह मुकाम चौथी बार हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत चार बार वर्ल्ड कप जीतने बाला पहला देश बना गया है। भारत के वर्ल्ड कप जीतने में उत्तराखंड के बागेश्वर निवासी कमलेश नगरकोटी ने अहम भूमिका निभाई। नगरकोटी ने सटीक गेंदबाजी करते हुए नौ ओवर में 41 रन देकर दो अहम विकेट चटकाए।
कमलेश नगरकोटी ने बतौर ऑल राउंडर के तौर पर सीरिज में भारत के लिए ऑल राउंडर प्रदर्शन किया। नगरकोटी ने वर्ल्ड कप में किफायती गेंदबाजी करते हुए नौ विकेट चटकाए है। हालाकि भारत की मजबूत बल्लेबाजी के चलते कमलेश को बल्लेबाजी में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला। भारत की अंडर-19 टीम में हल्द्वानी के आर्यन जुयाल भी शामिल थे। आर्यन बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में शामिल थे, लेकिन आर्यन को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नही मिल पाया।
न्यूजीलैंड में चल रही अंडर-19 वर्ल्ड कप में शनिवार को भारत ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर फाइनल का खिताब अपने नाम किया। भारत ने यह मुकाम चौथी बार हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत चार बार वर्ल्ड कप जीतने बाला पहला देश बना गया है। भारत के वर्ल्ड कप जीतने में उत्तराखंड के बागेश्वर निवासी कमलेश नगरकोटी ने अहम भूमिका निभाई। नगरकोटी ने सटीक गेंदबाजी करते हुए नौ ओवर में 41 रन देकर दो अहम विकेट चटकाए।
कमलेश नगरकोटी ने बतौर ऑल राउंडर के तौर पर सीरिज में भारत के लिए ऑल राउंडर प्रदर्शन किया। नगरकोटी ने वर्ल्ड कप में किफायती गेंदबाजी करते हुए नौ विकेट चटकाए है। हालाकि भारत की मजबूत बल्लेबाजी के चलते कमलेश को बल्लेबाजी में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला। भारत की अंडर-19 टीम में हल्द्वानी के आर्यन जुयाल भी शामिल थे। आर्यन बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में शामिल थे, लेकिन आर्यन को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नही मिल पाया।
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