Tuesday, 23 March 2010
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार की फोटो हमारे पहाड़ की
यह फोटो नगाधिराज हिमालय की पंचाचूली चोटी की है, जो इस पर सुबह के समय सूर्य की पहली
किरनें पड़ने के दौरान ली गयी है, इस कारण इस फोटो मैं हिमालय सोने की तरह दमकता नजर आ
रहा है. यह पुरस्कार मुझे पेनोरोमियो वेबसाइट की और से जनवरी २०१० की ''जियोटैग्ड फोटो
कांटेस्ट" में दिया है.
यह वेबसाइट गूगल अर्थ पर दुनियां के विभिन्न स्थानों की फोटो उपलब्ध कराती
है. इस वेबसाइट पर मेरी २०० से अधिक फोटो बीते एक वर्ष से हैं. यह वेबसाइट दुनियां भर के
अपने लाखों फोटोग्राफरों से हर माह प्रतियोगिता के लिए अपनी अधिकतम ५ फोटो नोमिनेट करने को
कहती है. फिर पूरे माह इन फोटो पर दुनियां से वोटिंग होती है. कोई भी वेबसाइट पर लोग-इन कर
वोटिंग कर सकता है. इस वेबसाइट पर चूँकि भारत के कम ही लोग जुड़े हैं, इसलिए किसी भारतीय
का पुरस्कार जीतना काफी कठिन होता है. मेरी जानकारी में मुझसे पूर्व केवल उन्नीपिल्लई नाम के
एक फोटोग्राफर के रूस में खींचे गए चित्र को यह पुरस्कार मिला था.
मैं नैनीताल में मार्च २००८ से ब्यूरो प्रभारी के रूप में कार्यरत हूँ. इससे पूर्व दैनिक जागरण, उत्तर
उजाला व बद्री विशाल आदि समाचार पत्रों से बीते एक दशक से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ. पत्रकारिता के
साथ फोटोग्राफी मेरा शौक है. नैनीताल और कुमाऊँ व उत्तराखंड की खूबसूरती इस कार्य में स्वयं मेरी
मदद करती है. कुमाउनी लोक भाषा में काफी कुछ भी लिखता रहता हूँ.
इस फोटो को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिला है
Navin Joshi
Reporter : Rashtriya Sahara,
Nainital.
Mobile-9412037779
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
नवीन जी आपको इस पुरस्कार के लिए बहुत बधाई-
ReplyDelete