ऋषिकेश ’ कार्यालय संवाददाताअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)
ऋषिकेश में दो साल में सभी सुविधाएं मिलने लगेंगी। इसके अलावा एम्स में
विभिन्न पदों पर भर्ती में स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाएगी।
यह घोषणाएं
सोमवार दोपहर ऋषिकेश एम्स पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने
कीं।उन्होंने कहा, हर राज्य में एम्स खोलना केंद्र सरकार का लक्ष्य है।
प्रस्तावित नए 9 एम्स में से पांच पर काम शुरू हो गया है। चार एम्स के लिए
भूमि की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश एम्स के लिए डॉक्टरों की
भर्ती प्रक्रिया चल रही है। तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर स्थानीय
युवाओं को ही प्राथमिकता दी जाएगी। डॉक्टर एवं स्टाफ की नियुक्ति के साथ ही
भवन निर्माण की गुणवत्ता के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एम्स
प्रशासन ने इसकी जानकारी दी है। मामला उच्च कमेटी की बैठक में रखा जाएगा।
नड्डा ने मेडिकल छात्रों से मुलाकात कर समस्याएं जानीं। वहीं, निदेशक
प्रो.राजकुमार ने आवासीय भवनों के निर्माण के लिए एम्स को 100 एकड़ भूमि की
मांग रखी। उन्होंने भवन निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर भी चिंता जताई।
इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं
परखीं। तीन घंटे तक एम्स परिसर में रहने के बाद वे शाम पांच बजे हरिद्वार
रवाना हो गए। इस दौरान विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री ज्ञान
सिंह नेगी, एम्स डीन प्रो.लतिका मोहन, सीएमएस डॉ. अशोक कुमार, डॉ. सौरभ,
डॉ. अंशुमान दरबारी, डॉ.रजनीश, जसविंदर राणा, ताजेंद्र नेगी, कौशल
बिजल्वाण, अनिता ममगाईं, ज्योति, कपिल गुप्ता आदि मौजूद रहे।शांतिकुंज का
भ्रमण: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को अपनी पत्नी डॉ.
मलिका नड्डा के साथ हरिद्वार में शांतिकुंज और देव संस्कृति विश्वविद्यालय
का भ्रमण किया। उन्होंने देसंविवि में चलाए जा रहे कोर्साें की जानकारी ली।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने भेंट की।
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