सरकार ने दी टीईटी कराने को हरी झंडी
’ 15 फरवरी निधारित की गई है परीक्षा की तिथि
’ प्रथम और द्वितीय दोनों के लिए कर सकते हैं आवेदन
’ 25,000 बीएड और बीटीसी धारक हो सकते हैं शामिल
’ 15 फरवरी निधारित की गई है परीक्षा की तिथि
’ प्रथम और द्वितीय दोनों के लिए कर सकते हैं आवेदन
’ 25,000 बीएड और बीटीसी धारक हो सकते हैं शामिल
देहरादून ’ विशेष संवाददाताहजारों बीएड व बीटीसी धारकों को शिक्षक बनने के
लिए जरूरी योग्यता हासिल करने का एक और मौका मिल गया है। सरकार ने अध्यापक
पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराने की इजाजत दे ही है। राज्य में 25,000 बीएड व
बीटीसी धारकों के इस परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है।सचिव (शिक्षा)
एमसी जोशी ने यह आदेश किए हैं। राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, अशासकीय
मान्यता प्राप्त एवं ऐसे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय जिन्हें राज्य
सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना जरूरी होता है, उनमें शिक्षकों की
नियुक्ति के लिए टीईटी पास होना आवश्यक है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा
परिषद रामनगर यह परीक्षा संचालित करेगा। परीक्षा की तिथि 15 फरवरी को
निधारित की गई है, लेकिन इसके आगे बढ़ने की संभावना है। अभ्यथी टीईटी
(प्रथम) व द्वितीय दोनों परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह परीक्षा एक
ही दिन दो पालियों में होगी। दोनों परीक्षाओं में शामिल होने के लिए
सामान्य व पिछड़ा वग अभ्यथियों के लिए 1000 रुपये शुल्क रखा है, जबकि कोई
भी एक परीक्षा में बैठने के लिए 600 रुपये देना होगा। एसटी व एसटी के लिए
यह फीस क्रमश: 500 व 300 होगी।इस निणय के बाद परीक्षा को लेकर छाया सस्पेंस
भी समाप्त हो गया है।
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