प्रदेश
में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती शुरू हो गई है। शुक्रवार को नई भर्ती
नियमावली को राज्य कैबिनेट से मंजूरी मिलने के तत्काल बाद शिक्षा विभाग ने
करीब 750 पदों पर भर्ती के लिए हरी झंडी दिखा दी है। जिला शिक्षा अधिकारी
(बेसिक) कार्यालयों के माध्यम से आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
इसमें बीएलएड,
डीएलएड के साथ बीएड प्रशिक्षित भी आवेदन कर सकेंगे। इसमें सहायक अध्यापक
उर्दू के पद भी शामिल हैं। प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती पर कई
दिनों से जारी असमंजस के बीच शुक्रवार को प्रदेश सरकार ने अचानक भर्ती
प्रक्रिया शुरू करते हुए शिक्षक बनने का इंतजार कर रहे युवाओं को नए साल का
तोहफा दे दिया है। शुक्रवार दोपहर प्रदेश कैबिनेट ने शिक्षक भर्ती के
मानकों में बदलाव पर मुहर लगाई। इसके बाद अभूतपूर्व तेजी दिखाते हुए, तीन
घंटे के अंदर ही पहले विभाग ने उक्त नियमावली को अधिसूचित किया और फिर रात
आठ बजे तक शिक्षा निदेशालय ने रिक्त पदों पर भर्ती के आदेश भी जारी कर दिए।
सूत्रों के अनुसार कुल 750 पदों पर भर्ती हो रही है, इसमें करीब पांच सौ
पद बैकलॉग के हैं। शिक्षा निदेशक (बेसिक) आरके कुंवर ने बताया कि सभी जिला
शिक्षा अधिकारी (बेसिक) को आवेदन मांग, नई भर्ती नियमावली के आधार पर मैरिट
तैयार करने को कहा गया है। जनपदवार पदों की संख्या बाद में स्पष्ट होगी।
बीएड प्रशिक्षितों को भी मौका
प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए बीएलएड, डीएलएड के साथ ही बीएड प्रशिक्षित भी आवेदन कर सकेंगे। हालांकि बीएड प्रशिक्षितों को चयन के दो साल के भीतर ब्रिज कोर्स की अनिवार्य शर्त को पूरा करना होगा। इसके साथ ही युवाओं को आवेदन के समय टीईटी पास करने की अनिवार्य शर्त भी पूरी करनी होगी।
प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए बीएलएड, डीएलएड के साथ ही बीएड प्रशिक्षित भी आवेदन कर सकेंगे। हालांकि बीएड प्रशिक्षितों को चयन के दो साल के भीतर ब्रिज कोर्स की अनिवार्य शर्त को पूरा करना होगा। इसके साथ ही युवाओं को आवेदन के समय टीईटी पास करने की अनिवार्य शर्त भी पूरी करनी होगी।
टीईटी 2011 पास को बड़ी राहत
शिक्षकों की भर्ती शुरू होने से सबसे बड़ी राहत 2011 में टीईटी पास करने युवाओं को मिली है। दरअसल 2011 में टीईटी की पहली परीक्षा का परिणाम 15 दिसंबर को ही निकला था। नियमानुसार टीईटी परीक्षा की वैधता सात साल तक ही रहती है। इस कारण इन युवाओं की पात्रता कल यानि 15 दिसंबर 2018 को समाप्त हो रही थी। ऐसे युवा सरकार पर तत्काल प्रभाव से भर्ती शुरू करने का दवाब बना रहे थे। बेरोजगार बीते दो महीने से शिक्षा निदेशालय पर धरना दे रहे थे। प्रदेश भर में इन बेरोजगारों की संख्या करीब 1200 तक है। अब 14 दिसंबर की तिथि में भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने से ऐसे युवा भी इसी भर्ती में आवेदन कर सकेंगे।
शिक्षकों की भर्ती शुरू होने से सबसे बड़ी राहत 2011 में टीईटी पास करने युवाओं को मिली है। दरअसल 2011 में टीईटी की पहली परीक्षा का परिणाम 15 दिसंबर को ही निकला था। नियमानुसार टीईटी परीक्षा की वैधता सात साल तक ही रहती है। इस कारण इन युवाओं की पात्रता कल यानि 15 दिसंबर 2018 को समाप्त हो रही थी। ऐसे युवा सरकार पर तत्काल प्रभाव से भर्ती शुरू करने का दवाब बना रहे थे। बेरोजगार बीते दो महीने से शिक्षा निदेशालय पर धरना दे रहे थे। प्रदेश भर में इन बेरोजगारों की संख्या करीब 1200 तक है। अब 14 दिसंबर की तिथि में भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने से ऐसे युवा भी इसी भर्ती में आवेदन कर सकेंगे।
ReplyDeletehey, very nice site. thanks for sharing post
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