देहरादून। राज्य के 2253 युवाओं के शिक्षक बनने की
प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही विवादों में फंसती नजर आ रही है।
बीएड
टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए 16 जुलाई से प्रदेश के विभिन्न
डायटों में चयन सूची चस्पा होनी है। प्रमाणपत्रों की जांच और अंतिम सूची के
बाद स्कूलों में नियुक्ति दी जानी है। लेकिन संसदीय सचिव फुरकान अहमद ने
सीएम को लिखे पत्र में आरटीई के मानकों के अनुसार तीस छात्रों पर एक शिक्षक
की नियुक्ति की मांग की है। ऐसे में पदों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
विधायक कुंवर प्रणव सिंह ने भी सीएम को लिखे पत्र में हरिद्वार और ऊधम सिंह
नगर में छात्र-शिक्षक अनुपात में विसंगतियों का मसला उठाया है। उन्होंने
पदों में बढ़ोतरी के बाद ही नियुक्ति की मांग की है। हालांकि, शासन स्तर पर
प्रक्रिया चालू रखे जाने की बात कही जा रही है।
सीएम को वस्तुस्थिति
से अवगत कराया था। उन्होंने शिक्षा मंत्री को निर्णय लेने को कहा था। अब
शिक्षा मंत्री के निर्णय के अनुरूप ही विशिष्ट बीटीसी की भर्ती प्रक्रिया
शुरू की है। उच्च न्यायालय ने भी समयबद्ध तरीके से भर्ती प्रक्रिया शुरू
करने का आदेश दिया है। आरटीई के अनुरूप पदों में वृद्धि की कार्रवाई शुरू
की है, इसमें एक माह का समय लग सकता है। लेकिन, विशिष्ट बीटीसी की भर्ती
प्रक्रिया निर्धारित तिथि से ही प्रारंभ होगी।
-मनीषा पंवार, शिक्षा सचिव
आरटीई
के मानकों के अनुरूप पदों का आंकलन कर विशिष्ट बीटीसी की नियुक्ति
प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए। प्रदेश में हजारों युवा टीईटी उत्तीर्ण हैं।
-अमित कश्यप, प्रदेश महासचिव, बीएड प्रशिक्षित टीईटी उत्तीर्ण
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