बेरोजगारी भत्ता -हर माह होगी पचास करोड़ से ज्यादा की जरूरत
देहरादून। सरकार की प्राथमिकताआ में शामिल बेरोजगारी भत्ते से राज्य के लगभग चार लाख युवाओं को लाभ मिलना तय है।
हालांकि इसके लिए सरकार को हर माह 50 करोड़ से ज्यादा की राशि का भी इंतजाम करना पड़ेगा।राज्य के जिला रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या इस वक्त लगभग पांच लाख है। इनमें भी देहरादून में लगभग एक लाख युवाओं ने रोजगार कार्यालय में अपना नाम पंजीकृत कराया है। सरकार ने तीन वर्ष से ज्यादा जिन पंजीकृत युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही है उसके दायरे में लगभग चार लाख युवा आ रहे हैं। भत्ते की अलग-अलग श्रेणी तय की गई है। शैक्षिक योग्यता के आधार पर 750 और 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाना है। वहीं, लड़कियों और विज्ञान वर्ग के छात्रों को उपरोक्त धनराशि से 50 प्रतिशत अधिक धनराशि देने का मुद्दा भी सरकार के एजेंडे में है। ऐसे में अगर औसतन भत्ता 1500 रुपये मान लिया जाए तो हर माह 50 करोड़ से ज्यादा धनराशि का इंतजाम सरकार को करना होगा। सरकार के इस फैसले को बेरोजगार युवाओं पर फोकस करने के रूप में देखा जा रहा है।
देहरादून। सरकार की प्राथमिकताआ में शामिल बेरोजगारी भत्ते से राज्य के लगभग चार लाख युवाओं को लाभ मिलना तय है।
हालांकि इसके लिए सरकार को हर माह 50 करोड़ से ज्यादा की राशि का भी इंतजाम करना पड़ेगा।राज्य के जिला रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या इस वक्त लगभग पांच लाख है। इनमें भी देहरादून में लगभग एक लाख युवाओं ने रोजगार कार्यालय में अपना नाम पंजीकृत कराया है। सरकार ने तीन वर्ष से ज्यादा जिन पंजीकृत युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही है उसके दायरे में लगभग चार लाख युवा आ रहे हैं। भत्ते की अलग-अलग श्रेणी तय की गई है। शैक्षिक योग्यता के आधार पर 750 और 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाना है। वहीं, लड़कियों और विज्ञान वर्ग के छात्रों को उपरोक्त धनराशि से 50 प्रतिशत अधिक धनराशि देने का मुद्दा भी सरकार के एजेंडे में है। ऐसे में अगर औसतन भत्ता 1500 रुपये मान लिया जाए तो हर माह 50 करोड़ से ज्यादा धनराशि का इंतजाम सरकार को करना होगा। सरकार के इस फैसले को बेरोजगार युवाओं पर फोकस करने के रूप में देखा जा रहा है।
But how it will be distribute
ReplyDeletewhatwill be the future of the aged unemployed graduate/post graduate M.Ed. B.Ed qualified citizens of UKD registered with employment office since 1988 to till date ? they had not given any chance to serve , not even a single call was given to serve.
ReplyDeletethe nation thousands of such unemployed registered still r waiting God, may give them a chance to serve the humanity . Can their dreams ever come true ?