Thursday, 29 December 2016

जानिए क्यों हुए उत्तराखंड के अध्यापक पात्रता परीक्षा के 2700 आवेदन पत्र निरस्

देहरादून। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने शिक्षकों की भर्ती के लिए किए गए आवेदनों में से करीब 2700 आवेदन पत्रों को निरस्त कर दिया है। दरअसल उत्तराखंड अध्यापक पात्रता परीक्षा (यूटीईटी) के आवेदन पत्र गलत तरीके से भरने के चलते इन्हें निरस्त किया गया है। विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से ऐसे अभ्यर्थियों के लिए 5 जनवरी तक अपने प्रत्यावेदन आवेदन पत्र के साक्ष्य के साथ परिषद मुख्यालय भेज सकते हैं।

डाकघर के माध्यम से बिके आवेदन पत्र
गौरतलब है कि प्राथमिक शिक्षकों के लिए टीईटी प्रथम और जूनियर शिक्षकों के लिए टीईटी द्वितीय के आवेदन भरे गए थे। अक्टूबर से 23 नवंबर तक इन आवेदन पत्रों की बिक्री डाकघरों के माध्यम से की गई थी। इस तरह से परिषद को  अलग-अलग जिलों से कुल 72, 383 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से टीईटी प्रथम के करीब 15, 236 और द्वितीय के लिए कुल 57 हजार के आसपास आवेदन प्राप्त हुए थे।
गलत आवेदन यहां भेजें
आवेदन पत्रों की जांच के दौरान ये पाया गया कि इसमें कई काॅलम गलत भरे गए थे। इस वजह से टीईटी प्रथम के 739 और टीईटी द्वितीय के करीब 20 हजार आवेदन गलत पाए गए। विद्यालयी शिक्षा परिषद की वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू.यूबीएसई.यूके.जीओवी पर अपलोड की जा रही है। ऐसे में जिन आवदेकों को अपने आवेदन के निरस्त होने पर आपत्ति है वो अपने ओएमआर साक्ष्य के साथ परिषद को पंजीकृत डाक से भेज सकते हैं।

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