-टीईटी
जारी रखने की अनुमति के बाद सरकार ने किया मंथन शुरू -बीएड
प्रशिक्षित बेरोजगारों को राहत, प्राइमरी
शिक्षक बनने का रास्ता खुला
देहरादून-प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों
के रिक्त पदों पर भर्ती
की आस
लगाए बैठे सैकड़ों बेरोजगारों को राहत मिलने जा रही है। शासन ने शिक्षकों
की भर्ती को क्रमश: टीईटी और टीईटी-दो परीक्षा अब साथ आयोजित करने पर मंथन शुरू कर दिया है।
अपर प्राइमरी स्तर पर शिक्षकों का टोटा
दूर करने को टीईटी-दो आयोजित की
जाएगी। टीईटी परीक्षा सरकार एक बार आयोजित कर चुकी है, लेकिन टीईटी-दो परीक्षा पहली बार आयोजित की जाएगी।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत अपर
प्राइमरी स्तर पर शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए टीईटी-दो
परीक्षा अनिवार्य है।
बेसिक शिक्षा नियमावली में इसका प्रावधान किया जा चुका है। इस परीक्षा की
तैयारी में जुटी सरकार की राह को केंद्र सरकार ने और आसान कर दिया है। राज्य
सरकार के टीईटी-एक परीक्षा आगे भी जारी रखने के प्रस्ताव को केंद्र की
हरी झंडी मिल चुकी है। यह परीक्षा वर्ष 2014
तक जारी रखी जाएगी। आरटीई के तहत बेरोजगार बीएड प्रशिक्षितों को
बतौर प्रशिक्षु प्राइमरी शिक्षकों के
रूप में नियुक्त करने को टीईटी अनिवार्य की जा चुकी है। इसकी
डेडलाइन 31 दिसबर, 2012 तय की गई थी। अब बीएड
प्रशिक्षितों को वर्ष 2014 तक
प्राइमरी शिक्षक
बनने की राह खुल गई है।
आरटीई के तहत डिप्लोमा इन एलीमेंटरी
एजुकेशन (डीईएलएड) और बेचलर आफ
एलीमेंटरी एजुकेशन (बीईएलएड) में सिर्फ दो वर्षीय बीटीसी को दो
वर्षीय डीईएलएड
का दर्जा दिया गया है। बीएड की तर्ज पर बीईएलएड अभी शुरू ही नहीं हुआ।
राज्य सरकार ने उक्त दोनों पाठ्यक्रम को लेकर सीमित संसाधनों का हवाला देते
हुए टीईटी जारी रखने की दरख्वास्त की थी। कुछ अन्य राज्यों को इस बाबत
पहले राहत दी जा चुकी है। अब उत्तराखंड को भी यह अनुमति मिल चुकी है। लिहाजा
अब टीईटी-दो के साथ ही टीईटी-एक को भी आयोजित करने पर विचार किया जा रहा
है। संपर्क करने पर शिक्षा सचिव मनीषा पंवार ने स्वीकार किया कि उक्त दोनों
परीक्षा जल्द एक साथ कराने पर विचार किया जा रहा है। इस बाबत शासन जल्द
प्रस्ताव तैयार कर उसे उच्चानुमोदन के लिए भेजेगा। टीईटी-दो के बाद सरकारी
और गैर सरकारी स्कूलों में अपर प्राइमरी स्तर पर भी शिक्षक बनने के मौके
मिलेंगे।- जागरण ब्यूरो, देहरादून
No comments:
Post a Comment