Monday 6 June 2011

साधु से ’शैतानी‘ पर देवभूमि ’पानी-पानी‘

। भ्रष्टाचार व विदेशी बैंकों में जमा कालेधन की वापसी की मांग को लेकर गांधी पार्क में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट व पतंजलि योग समिति का उपवास दूसरे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर बाबा रामदेव व उनके भक्तों के साथ पुलिस के व्यवहार की कड़ी निन्दा की गई। साथ ही दिल्ली से दून पहुंचे कार्यकर्ताओं का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया। रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव की गिरफ्तारी व उपवास पर बैठे लोगों के साथ पुलिस बर्बरता की खबर जैसे ही दून में बाबा के समर्थन में अनशन पर बैठे लोगों को मिली आक्रोश फैल गया। सुबह से ही विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनैतिक संगठनों का गांधी पार्क में आने का सिलसिला शुरू हो गया। दूसरे दिन भी भारत स्वाभिमान के 20 कार्यकर्ताओं ने अपना उपवास जारी रखा। इसके अलावा क्रमिक अनशन पर बड़ी संख्या में आम लोग भी बैठे। भारत स्वाभिमान के मीडिया प्रभारी लोकेश बहुगुणा ने बताया कि रात को दिल्ली की घटना के बाद से ही सभी पदाधिकारी एवं सत्याग्रही काफी गुस्से में थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में भारत स्वाभिमान का सत्याग्रह चल रहा है और जब तक बाबा स्वयं इस सत्याग्रह की समाप्ति की घोषणा नहीं करते तब तक यह सत्याग्रह चलता रहेगा। दिल्ली में हुई घटना के बाद गांधी पार्क में सभा को संबोधित करते हुए भारत स्वाभिमान के प्रदेश अध्यक्ष मोहन जोशी ने कहा कि यह स्वामी रामदेव का शान्ति पूर्ण आन्दोलन है। यह आन्दोलन किसी भी पार्टी के खिलाफ नहीं है। उन्होंने सभी को शांति व्यवस्थता बनाए रखने को कहा। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सत्याग्रह स्थल पर पहुंच कर सत्याग्रहियों की हौसला अफजाई की। पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा, राकेश ओबराय सत्याग्रह स्थल पर पहुँचे। अभिनव गुप्ता, पीयूष अग्रवाल, कुलदीप स्वेडिया, संजय नलू महासचिव वाल्मीकि संगठन, धाद संगठन के अध्यक्ष लोकेश नवानी, उत्तराखंड संघर्ष वाहिनी की सुशीला ध्यानी, सामाजिक कार्यकर्ता सुलोचना भट्ट, सैयद मुहम्मद खालिद, राजेन्द्र कोठियाल , संजय भट्ट सहित बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों ने धरना स्थल पर पहुंच कर अपने विचार व्यक्त किए और दिल्ली में हुई बर्बर पुलिस कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को जमकर कोसा। इस अवसर पर भारत स्वाभिमान के संरक्षक केके अग्रवाल, दीपा शर्मा, बीसी ओली, मनीष देव, कमल किशोर राणा सहित बड़ी संख्या में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट से जुड़े लोग उपस्थित थे। टीवी से चिपके रहे बाबा के समर्थक दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव की गिरफ्तारी व उपवास पर बैठे हजारों लोगों के साथ पुलिस बर्बरता की खबर ने दून में भी हलचल मचाई। इस घटना के बाद बाबा से जुड़ी पल-पल की जानकारी के लिए गांधी पार्क में लगाए गए टेलीविजन से जोड़कर एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई। उपवास व क्रमिक अनशन पर बैठे लोग दिनभर बाबा से जुड़ी खबरें देखते रहे। भक्तों ने बाबा की हरिद्वार में हुई प्रेस कॉन्फ्रेस का भी सीधा प्रसारण देखा। बाबा ने रविवार व सोमवार को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। दिल्ली की घटना के बाद बाबा के समर्थन में अखिल भारतीय भ्रष्टाचार एवं अपराध निवारण परिषद, वीर सावरकर संगठन, उत्तरांचल स्थानीय निकाय स्वास्थ्य संघ, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन सहित कई संगठनों ने बाबा रामदेव के आन्दोलन को अपना समर्थन दिया है। दिल्ली से दून लौटे भक्तों ने सुनाया हाल रामलीला मैदान दिल्ली से लौटे अनशनकारियों ने गांधी पार्क में बाबा के समर्थन में उपवास पर बैठे लोगों को घटना का आंखों देखा हाल बताया तो लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। रविवार की दोपहर मुनि वैष्णव, ललिता बंपाल, पुष्पा नेगी व शक्ति प्रभा शर्मा दिल्ली से दून पहुंचीं। सत्याग्रह स्थल पर लोगों ने फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया। ललिता बंपाल ने बताया कि रात्रि दस बजे बाबा रामदेव ने सभी से कहा कि अब आप लोग सो जाइए, सुबह योग भी करना है। इसके बाद रात के एक बजे हल्ला शुरु हो गया। बाबा रामदेव पुलिस वालों से महिलाओं व बच्चों पर लाठी न चलाने का अनुरोध करते रहे, लेकिन पुलिस वालों ने एक नहीं सुनी। रामलीला मैदान में अफरा तफरी मच गई। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई उनके इरादों को डिगा नहीं सकती। वह राजधानी देहरादून में अपना उपवास जारी रखेंगे। सत्याग्रह स्थल पर टेंट उखड़ा रविवार शाम आई आंधी से गांधी पार्क में सत्याग्रह के लिए लगाया गया टेंट उखड़ गया। भारत स्वाभिमान के मीडिया प्रभारी लोकेश बहुगुणा ने बताया कि उपवास पर बैठे लोग रात्रि में भी गांधी पार्क में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान के कारण टेंट उखड़ गया, जिसे ठीक किया जा रहा है। दिल्ली की घटना के बाद आगे का कार्यक्रम भी बाबा रामदेव के निर्देशों के अनुसार तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि काला दिवस मनाने का निर्णय भी बाबा के निर्देशों के बाद लिया जाएगा। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में उबाल योग गुरु बाबा रामदेव के सत्याग्रह स्थल (दिल्ली) में पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में दून में भी उबाल आ गया है। अनेक संगठनों ने शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे सत्याग्रह पर पुलिस कार्रवाई की तीखी निंदा की। भारतीय जनता पार्टी ने धरना देकर केन्द्र सरकार को जमकर कोसा, जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने केन्द्र सरकार का पुतला फूंक कर अपना गुस्सा उतारा। रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव एवं समर्थकों पर हुए दमन की जानकारी मिलने के बाद दून में विरोध- प्रदर्शन तीव्र हो गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने घंटाघर में एकत्रित होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। परिषद नेताओं ने कहा कि महात्मा गांधी के रास्ते पर चलते हुए बाबा रामदेव सत्याग्रह के जरिये भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने व काले धन को वापस लाने की मांग कर रहे थे, लेकिन केन्द्र सरकार ने दमन के जरिये सत्याग्रह को समाप्त कराने का प्रयास कर लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की कार्रवाई से जाहिर हो गया है कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि काला धन वापस आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। पूरा देश बाबा रामदेव के साथ खड़ा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ विद्यार्थी परिषद द्वारा राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला स्तर तक आंदोलन चलाएगा। बाद में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के बीच केन्द्र सरकार के पुतले को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों में डीएवी के छात्र संघ अध्यक्ष अंशुल चावला, पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र रावत मोनी, आशीष बहुगुणा, मोहित शर्मा, हिमांशु गोगिया, देवेन्द्र सिंह, महेश गुंसाई समते अनेक लोग शालिम थे। वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प. दीनदयाल उपाध्याय पार्क में धरना देकर केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। प्रदेश के कृषि मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि अहिंसात्मक तरीके से काला धन को विदेश से देश में लाने की मांग कर रहे योग गुरु व समर्थकों पर आधी रात को हुई दमनात्मक कार्रवाई ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी है। उन्होंने कहा कि सोते हुए बाबा रामदेव के समर्थकों पर लाठीचार्ज कराकर कांग्रेस ने अपना बर्बर चेहरा उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद केन्द्र सरकार व कांग्रेस के आला नेता बौखला कर योग गुरु के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। भाजपा के अन्य नेताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार व कांग्रेस एक-दूसरे के पूरक बन चुके हैं। केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद एक से बढ़कर एक घोटाले व भ्रष्टाचार उजागर हुए हैं। केन्द्र के मंत्री से लेकर अधिकारी तक भ्रष्टाचार के दलदल में डूबे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की कार्रवाई से यह भी साफ हो गया है कि विदेशों में जमा काला धन कांग्रेस से जुड़े लोगों का ही है। इसीलिए कांग्रेस नहीं चाहती है कि काला धन देश में वापस लाये। धरना देने वालों में विधायक गणोश जोशी, भाजपा के महानगर अध्यक्ष पुनीत मित्तल, महामंत्री गोवर्धन भारद्वाज व सुनील उनियाल गामा, प्रदेश कोषाध्यक्ष विनय गोयल, रविन्द्र कटारिया, रविन्द्र जुगरान, संजय गुप्ता, राजेश शर्मा, सचिन गुप्ता, बबीता सहोत्रा, मंजीत सिंह, कमला रावत, श्याम अग्रवाल, मोहित जायसवाल, सत्यपाल वासन समेत अनेक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। कांग्रेसियों ने फूंका बाबा का पुतला बाबा रामदेव द्वारा सोनिया गांधी पर निशाना साधे जाने पर कांग्रेसियों ने कड़ा ऐतराज जताया है। नाराज कांग्रेसियों ने किशन नगर चौक पर बाबा का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए प्रदेश सचिव विजय चौहान ने कहा कि बाबा रामदेव भाजपा व आरएसएस के इशारे पर यह आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्याग्रह के नाम पर देश की जनता को भ्रमित किया जा रहा है जबकि केंद्र सरकार बाबा द्वारा उठायी गयी सभी मांगों को मानने के लिए सहमत हो गयी थी। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह महात्मा गांधी की तरह सड़क पर चलाया जाना चाहिए न कि एयरकंडीशन पंडाल में। पुतला फूंकने वालों में अनिल नेगी, लालचंद शर्मा, संजय कनौजिया, सयाद लाट हसन, ममता गुरुंग, अमित रावत, अभिषेक गोयल, मोहन काला, दीपा चौहान, देवेन्द्र सेठी, पार्षद मोहन जोशी सहित दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद थे। सत्याग्रह को षडयंत्र के तहत कुचला गया भारतीय मजदूर संघ ने केंद्र सरकार द्वारा योगगुरु बाबा रामदेव के सत्याग्रह आंदोलन को कुचलने की निंदा की है। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि बाबा रामदेव काला धन, भ्रष्टाचार आदि ज्वलंत मुद्दों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने एक षडयंत्र के तहत बाबा के सत्याग्रह आंदोलन का दमन किया है। इससे साफ जाहिर है कि केंद्र की यूपीए सरकार किसी भ्रष्टाचार को मिटाने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने शनिवार रात्रि को केंद्र सरकार की शह पर पुलिस द्वारा रामलीला मैदान में किए गए बर्बर कृत्य को उन्होंने अलोकतांत्रिक बताया है। रविवार को प्रदेश कार्यालय में आहूत बैठक में मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल उनियाल ने कहा कि केंद्र सरकार की कथनी व करनी में अंतर है। सरकार अघोषित इमरजेंसी का माहौल बनाकर राष्ट्रवादी ताकतों के आंदोलन व शक्तियों को षडयंत्र के तहत समाप्त करने की कोशिश कर रही है। बाबा रामेदव के आंदोलन को कुचलना इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ रामदेव के आंदोलन का पूरा समर्थन करेगा। बैठक में महामंत्री गोविंद सिंह बिष्ट, प्रदेश मीडिया प्रभारी वीके देवरा, देवदत्त आर्य आदि भी उपस्थित रहे। सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ ने भी रामलीला मैदान में हुई बर्बर कार्रवाई की निंदा की है। परिसंघ कार्यालय में आहूत बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष एसएस चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार ने न सिर्फ बाबा रामेदव व उनके समर्थकों के आंदोलन भड़का आक्रोश बाबा रामदेव व उपवास पर बैठे समर्थकों के साथ पुलिस र्दुव्‍यवहार की निन्दा गांधी पार्क में सत्याग्रह का दूसरा दिन विभिन्न सामाजिक संगठनों ने दिया बाबा को समर्थन जारी रहा सत्याग्रहियों का उपवास व क्रमिक अनशन सत्याग्रह स्थल गांधी पार्क में लगाई गई टेलीविजन स्क्रीन बाबा रामदेव के निर्देशों का होगा पालन अभाविप ने केन्द्र सरकार का पुतला फूंका भाजपा ने भी धरना देकर केन्द्र पर निशाना साधा भारतीय मजदूर संघ ने की निंदा, समर्थन में आंदोलन घंटाघर पर केंद्र सरकार का पुतला फूंकते अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता।

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