Thursday 12 November 2009

चमोली में कई हैं 'फूलों की घाटियां'

-चमोली जनपद के पांच स्थानों में विद्यमान हैं सैकड़ों पुष्प और औषधीय प्रजातियां -प्रचार-प्रचार के अभाव के बीच अस्तित्व तलाश रही हैं प्राकृतिक धरोहरें , गोपेश्वर उत्तराखंड के जनपद चमोली में एक नहीं कई 'वैली आफ फ्लावर्स' हैं। शायद, आप चौंक गए होंगे, लेकिन ये हकीकत है। प्राकृतिक सौन्दर्य के लिहाज से बेहद खूबसूरत इस सीमांत जिले के एल्पाइन जोन (बुग्याल) में पांच ऐसी घाटियां हैं, जिनमें फूलों की सैकड़ों प्रजातियां विद्यमान हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि इन घाटियों को संरक्षित कर 'फूलों की घाटी' के रूप में विकसित किया जा सकता है। फिलहाल, प्रचार-प्रसार के अभाव में मखमली पहाडि़यों की ओट में छिपी से घाटियां गुमनामी में खोई हुई हैं। वर्ष 1931 में ब्रिटेन के वनस्पति वैज्ञानिक व पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ के कदम जब चमोली जिले के घांघरिया क्षेत्र में पड़े, तो वहां से कुछ ही दूरी पर स्थित एक अद्भुत घाटी को देखकर उन्हें स्वर्ग सा एहसास हुआ। उन्होंने इस घाटी को न सिर्फ 'फूलों की घाटी' का नाम दिया बल्कि, इसकी खूबसूरती पर एक किताब लिखकर पूरे विश्व में इसे पहचान भी दिलाई। दरअसल, चमोली जिले में ऐसी तमाम घाटियां हैं, जिनमें पौधों की पुष्प और हर्बल प्रजातियां प्रचुर मात्रा में हैं। इन घाटियों में रुद्रनाथ-पनार वैली, आली, वैदनी, सिला समुद्र व धूनी रामणी बुग्याल शामिल हैं। ये सच है कि इन घाटियों में वैली आफ फ्लावर्स में पाए जानी वाली सभी चार सौ पुष्प प्रजातियां नहीं हैं, लेकिन यहां भी पुष्पों की प्रजातियों की तादाद काफी है। एक बात और इन सभी घाटियों में पुष्प पादपों के अलावा सैकड़ों औषधीय पादप भी विद्यमान हैं, जो इनके महत्व को बढ़ा देते हैं। जड़ी बूटी शोध एवं विकास संस्थान गोपेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विजय प्रसाद भट्ट का कहना है कि रुद्रनाथ-पनार वैली, आली, वैदनी, सिला समुद्र व धूनी रामणी बुग्यालों में दो सौ से ढाई सौ के बीच पुष्प पादपों की प्रजातियां हैं। इनमें प्रिमूला, हिमालयन पापी, मेरीगोल्ड, पोटेंटिला, जीरेनियम, एस्टर, ससूरिया ओवेलेटा, लिगूलेरिया आदि सैकड़ों पुष्प प्रजतियां पाई जाती हैं। इसके अलावा, औषधीय पापदों में अतीस, मीठा, जटामासी, वनककड़ी, ज्यूरेनिया, ज्यूनीपर, गैल्थीरिया, पालीगोनम, चोरू समेत कई औषधीय प्रजातियां भी हैं। उनका कहना है कि इन घाटियों को 'वैली आफ फ्लावर्स' के अलावा 'वैली आफ ह‌र्ब्स' के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।

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