Thursday 6 August 2009

हसीन वादियां खींच लाती हैं सेलिब्रिटी को

यह खबर अपने आप में रोमांच भर देने वाली है कि भारतीय क्रिकेट के मसीहा सचिन मसूरी में बसना चाहते हैं. रही बात लाभ की तो निश्चित तौर पर उन क्रिकेटरों को लाभ मिलेगा जो क्रिकेट अपनी धाक जमाने का प्रयास कर रहे हैं. मसूरी में बंगला खरीदने की इजाजत दी जाती है तो यह सिर्फ हिल क्वीन ही नहीं, बल्कि पूरे स्टेट के लिए गौरव की बात होगी. सचिन के आने से शहर के युवाओं को क्रिकेट की बारीकियां सीखने में मदद मिलेंगी. . आखिरकार सचिन कोई छोटी मोटी हस्ती तो है नहीं, जिसे नजर अंदाज किया जा सके. सचिन इस साल जनवरी में सचिन अपनी वाइफ अंजली और बच्चों के साथ मसूरी प्रवास पर आए थे. मसूरी का वेदर और यहां के लोग सचिन को इतने अच्छे लगे कि उन्होंने यहीं बसने का इरादा जताया. इसी बीच उन्होंने पारिवारिक मित्र के साथ वर्षो पुराना बंगला दहेलिया बैंक देखा और यहीं रहने की इच्छा जाहिर की थी. सूत्र बताते हैं कि बंगला मसूरी में रहने वाले सचिन के पारिवारिक मित्र संजय नारंग ने खरीद रखा है. इसे सिर्फ सचिन के नाम करने की देरी है. सूत्रों के अनुसार इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी, लेकिन उक्त बंगले के पास में ही सैन्य संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी स्थित है, जो सिक्योरिटी के लिहाज से हमेशा सेंसेटिव माना जाता रहा है. यहीं आकर पेंच फंस गया है. कई और मकान भी हैं एरिया में हालांकि ऐसा नही है कि जिस मकान को सचिन खरीदना चाहते हैं, वहां केवल वही मकान है. इसके अलावा इस संस्थान के आस पास रोज बैंक, परसफैक्ट बैंक, होली बैंक, माउंट बैंक, किलमनिक जैसे नाम के बंगले भी हैं. सुरक्षा की दृष्टि से इन मकानों पर भी डिफेंस मिनिस्ट्री की कड़ी निगाह रहती है. इन मकानों को लेकर डिफेंस मिनिस्ट्री के सख्त डायरेक्शन भी हैं. वैसे भी सचिव व‌र्ल्ड फेम पर्सन हैं, जिनसे मिलने के लिए लोग बेताब रहते हैं. लिहाजा सुरक्षा के लिहाज से यह चिंताजनक माना जा सकता है. छावनी परिषद एक्टिव पिछले दिनों जैसे ही सचिन के इस मकान को खरीदने की चर्चाएं सामने आई छावनी परिषद एक्टिव हो गया. छावनी परिषद का स्पष्ट कहना है कि सचिन तेंदुलकर के मकान खरीदने के बाद उनके बंगले में मिलने वालों की भीड़ बढ़ जाएगी, जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक हो सकता है. छावनी परिषद का यह भी कहना है कि सचिन मसूरी में कहीं भी रहें, उनका स्वागत है. हालांकि इस सब के बीच ये भी बताया जा रहा है कि सचिन के मित्र मेरठ स्थित कैंट बोर्ड हेडक्वार्टर से एनओसी लेने का प्रयास कर रहे हैं. सचिन ने मसूरी में जिस स्थान पर रहने की इच्छा जताई वह कैंट एरिया में पड़ता है. मामला डिफेंस मिनिस्ट्री का है. लिहाजा उसी के निर्देश पर छावनी भी काम कर रही है. जिस जगह सचिन मकान लेना चाह रहे हैं वह काफी सेंसेटिव है. साथ ही यहां रक्षा मंत्रालय का इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भी है. रक्षा मंत्रालय का स्पष्ट डायरेक्शन यहां के मकानों के संबंध में आया था. यह महज संयोग ही है कि उन्हीं पांच मकानों में से एक मकान सचिन को पसंद आया है. फिल्मी हस्तियों और अपने जमाने के सुपरस्टार्स का भी मसूरी से खासा लगाव रहा है. देवानंद Ñ सदाबहार अभिनेता देवानंद का मसूरी से खासा लगाव रहा है. मसूरी के सबसे ऊंचे प्वाइंट सिस्टर बाजार में देवानंद अपनी पत्नी कल्पना कार्तिक के साथ सत्तर के दशक तक अक्सर देखे जाते थे, बाद में उनकी बेटी यहां रही हैं. प्रेमनाथ Ñ बॉलीवुड की प्रमुख हस्ती प्रेमनाथ और वीणा राय का भी यहां ओवस रोड, रमादेवी इंटर कालेज के पास अपना भवन था. नसिरुद्दीनशाह: फिल्मी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले नसिरुद्दीनशाह की कोठी चमन एस्टेट के पास आज भी है और अक्सर वे यहां पर फुरसत के क्षणों में आते है. एक्टर टॉम आल्टर व बॉब आल्टर का लालटिब्बा क्षेत्र में अपना मकान है. ये दोनों हस्तियां अक्सर माल रोड पर घूमते नजर आ जाते हैं. सुनील गावस्कर- कम्पनी गार्डन रोड पर स्थित कोठी में क्रिकेटर सुनील गावस्कर, रोहन गावस्कर व मार्शनील साल में दो-तीन बार आकर ठहरते हैं. सचिन तेंदुलकरÑ लालटिब्बा क्षेत्र में हरकचंद नाहटा का नाहटा एस्टेट सैकड़ों एकड़ में फैला है. इसी के पास व्यवसायी संजय नारंग की कोठी है, जिसमें पिछले तीन चार सालों से सचिन तेंदुलकर आते रहे है. विक्टर बनर्जी - प्रमुख फिल्मी हस्ती विक्टर बनर्जी का लंढौर कैंट में अपना बंगला है. वे अक्सर यहीं आकर अपनी स्क्रीप्ट पर काम करते हैं. प्रणव रॉय : मीडिया पर्सन प्रणव रॉय की सिस्टर बाजार में शानदार कोठी है. विनोद दुआ: चमन एस्टेट के पास मीडिया की प्रमुख हस्ती विनोद दुआ का अपना बसेरा है.राइटर रस्किन बांड : बच्चों के फेवरेट राइटर रस्किन बांड का कैंट क्षेत्र में उनका अपना भवन है. उद्योगपतियों की कोठियां भारतीय उद्योगपति भी मसूरी की आबोहवा का पूरा आनंद लेने सपरिवार यहां आते रहते थे और यहां पर उन्होंने अपनी शानदार कोठियां खड़ी की. इनमें प्रमुख है हैप्पीवैली स्थित घनश्यामदास बिरला का कई एकड़ में फै ला बिरला हाउस. तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा इस भवन में कई वर्षो तक रहे. - जेके सिंघानिया- का कमला कैसल एस्टेट, मसूरी की उन चुनिंदा इमारतों में एक है जो आज भी अपनी पुरानी शान के साथ खड़ा है. मोदी भवन :-मोदी घराने का ग्रीष्मकालीन बसेरा है कैमल्स बैंक रोड स्थित मोदी भवन. गर्मियों में मोदी घराने के लोग अक्सर छुट्टिंयां बिताने आते हैं.

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