Tuesday 23 June 2009

-दिल्ली को फूलों से महकाएगा देहरादून

राष्ट्रमंडल खेलों के लिए उपलब्ध कराने हैं एफआरआई ने पौधे दो लाख पौधों का चयन किया भारतीय वन अनुसंधान संस्थान ने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में चारों ओर फूल महक रहे होंगे और इसके पीछे हाथ होगा देहरादून स्थित भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) का। जी हां, दिल्ली सरकार ने एफआरआई को ऐसे फूलों वाले पौधे उपलब्ध कराने को कहा है, जिनमें अक्टूबर, 2010 में दिल्ली में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान पूरी तरह फूल खिले हों। एफआरआई ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। एफआरआई के निदेशक डा.एसएस नेगी ने बताया कि एफआरआई ने ऐसी प्रजातियों के दो लाख पौधों का चयन शुरू कर दिया है, जो अक्टूबर में खिले रहें। एफआरआई की केेंद्रीय नर्सरी ने इस बाबत युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। जुलाई में यह काम और तेजी पकड़ लेगा। ऐसी प्रजाति वाले फूलों के पौधों के गमले भी तैयार किए जाएंगे और इस वर्ष दिल्ली की जलवायु के अनुरूप उनका परीक्षण भी किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि एफआराई कौन-कौन सी फूल प्रजाति के पौधे चुन रहा है? डा. नेगी ने बताया कि अभी चूंकि महज शुरुआत हुई है, इसलिए प्रजातियों के नाम बता पाना संभव नहीं। वैसे एक महीने में खिलने वाले पौधों का चयन आसान काम नहीं,लेकिन फूलों के लिए बसंत और शरद ऋतु में पडऩे वाला अक्टूबर माह काफी मुफीद है। दुनिया के ज्यादातर फूल इन्हीं दो ऋतुओं में खिलते हैं। डा. नेगी का कहना है कि एफआरआई को राष्ट्रमंडल खेलों के मौके पर वैसे भी दिल्ली को हरा-भरा रखने की जिम्मेदारी दी गई है। एफआरआई राजघाट में बांस वाटिका लगा ही रहा है। वह जैविक तरीके से यमुना को सीवर से प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास कर रहा है और दिल्ली को सुंदर बनाने के लिए उसे हौजरानी या गढ़ीमांडू में बटरफ्लाई पार्क परियोजना तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। एफआरआई प्रगति मैदान व राष्ट्रपति भवन के पुराने पड़ चुके जामुन के बीमार पेड़ों का इलाज भी कर रहा है।

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