Saturday 20 June 2009

-पोखू देवता के दर्शन से होता है अनिष्ट

उत्तराखंड के नैटवाड़ में न्याय के देवता पोखूवीर की ओर पीठ कर होती है पूजा न्यायकारी के रूप में है प्रसिद्ध देवताओं के दर्शन शुभ समझो जाते हैं, लेकिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के छोटे से कस्बेनुमा गांव नैटवाड़ में एक ऐसे देवता का मंदिर है जिसके दर्शन अशुभ माने जाते हैं। नैटवाड़ दिल्ली से करीब 450 किमी और देहरादून से करीब 200 किमी दूर पुरोला ब्लाक में मशहूर हरकी दून ट्रैक पर स्थित है। इस पूरे क्षेत्र में इस देवता पोखूवीर को उत्तराखंड के एक अन्य स्थानीय देवता गोलू या ग्वल्ल देवता (गुरील) की तरह ही न्याय के देवता के रूप में प्रसिद्ध है। ढाटमीर गांव के जय सिंह रावत के मुताबिक मान्यता है कि पोखूवीर देवता के दर्शन से अनिष्ट होता है। इसलिए इस स्थानीय देवता की पूजा उनकी मूर्ति की ओर पीठ करके की जाती है। जय सिंह रावत कहते हैं कि जब लोगों को अदालतों या पंचायतों से न्याय नहीं मिलता तो वे पोखूवीर से गुहार लगाते हैं। माना जाता है कि जो अन्यायी या दोषी होता है, ऐसे में उसका तुरंत अनिष्ट हो जाता है। इस क्षेत्र पर अध्ययन करने वाले डीडी थपलियाल के मुताबिक पोखूवीर से जुड़ी कई दंतकथाएं हैं। एक कथा के मुताबिक प्राचीन काल में किरमिर दानव में पूरे क्षेत्र में उत्पात मचाया हुआ था। राजा दुर्योधन ने जनता को उसके अत्याचारों से बचाने के लिए उससे युद्ध किया और पराजित कर उसका सिर काट कर टौंस नदी में फेेंक दिया। किरमिर दानव का सिर नदी की दिशा में बहने के बजाय उलटा बहने लगा और रूपिन और सूपिन नदी के संगम नैटवाड़ में रुक गया। रूपिन नदी भराटसर (विराटसर) झाील से तो सूपिन स्वर्गारोहणी हिमशिखरों से निकलती है। राजा दुर्योधन ने किरमिर दानव के कटे सिर को नैटवाड़ में स्थापित कर वहां उसका मंदिर बना दिया। दूसरी दंतकथा के मुताबिक किरमिर (या किलबिल) दानव दरअसल महाभारत का वभु्रवाहन था, जिसका भगवान श्रीकृष्ण ने चालाकी से वध कर दिया था। इस क्षेत्र की खासियत है कि एक इलाके में कौरव पूजे जाते हैं तो पब्बर घाटी में पांडवों की पूजा होती है। मसाली गांव में तो पांडवों के मंदिर हैं। नैटवाड़ से ही सड़क के दो किलोमीटर ऊपर देवरा गांव में राजा कर्ण का भी मंदिर है। नैटवाड़ से 14 किलोमीटर के ट्रैक पर सौड़ गांव में दुर्योधन का भी मंदिर है। सूपिन नदी के किनारे नैटवाड़ से 12 किमी की दूरी पर स्थित सांकरी गांव में लकड़ी का भैरव का मंदिर भी है।

1 comment:

  1. पोखू देवता मंदिर
    न्याय का देवता ( God of Justice ) : पोखू देवता मंदिर

    https://bit.ly/32lJb9y

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