Thursday 26 March 2009

विवादास्पद यू.टी.यू. प्रवेष परीक्षा

उत्तराखंड तकनीकि विष्वविद्यालय द्वारा होटल प्रबंधन व अन्य पाठ्यक्रमों हेतु आयोजित की जाने वाली प्रवेष परीक्षा (यू.के.एस.ई.ई.-2009) तथा नेषनल काउंसिल आॅॅफ होटल मैनेजमेंट द्वारा होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम हेतु प्रवेष परीक्षा (जे.ई.ई.-2009) की परीक्षा तिथि (9मई) तथा समय एक ही होने के कारण होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम में प्रवेष लेने वाले छात्रों तथा उनके अभिभावकों में असंताश व्याप्त है। इसका सीधा अर्थ यह है कि उत्तराखंड के छात्र, आई.एच.एम. देहरादून सहित अन्य ख्यातिप्राप्त सरकारी व निजि राश्ट्रीय होटल प्रबंधन संस्थानो (आई.एच.एम.) में प्रवेष से वंचित रहेंगे। विदित है कि इस वर्श उत्तराखंड तकनीकि विष्वविद्यालय द्वारा इंजीनियरिंग व होटल प्रबंधन सहित अनेक पाठ्यक्रमों हेतु स्चयं प्रवेष परीक्षा (यू.के.एस.ई.ई.-2009) लेने का निर्णय लिया गया जिसकी सूचना समाचार पत्रों में दी गई थी। इस सूचना के अनुसार 16फरवरी से आवेदन पत्र व विवरणिका अनेक डाक घरों में उपलब्ध होने थे, जोकि वास्तव में कोटद्वार डाकघर में 27फरवरी से मिलने प्रारम्भ हुए थे, साथ ही इसमे से इंजीनियरिंग का प्रवेष भी हटा दिया गया था। उत्तराखंड तकनीकि विष्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया आवेदन पत्र व विवरणिका का मूल्य भी अन्य सभी तकनीकि विष्वविद्यालयों व सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों की प्रवेष परीक्षाओं के आावेदन पत्रों की तुलना में सर्वाधिक (रु. 1030/-) है। क्या उत्तराखंड में रह रहे अभिभावकों की आय, अन्य सभी प्रदेषों व केन्द्र षाशित क्षेत्रों से अधिक है? देष के सर्वोच्च संस्थान जैसे आई.आई.टी. व आई.एच.एम. भी प्रवेष परीक्षाओं में इतना षुल्क नही लेते हैं। अभिभावकों को यह भी षिकायत है कि इस विष्चविद्यालय के अधिकारी किसी भी पूछताछ का उत्तर नही देते हैं। यदि षीघ्र ही उपर्लिखित प्रवेष परीक्षा में वांछनीय परिवर्तन नही किया गया तो यह इस बात का प्रमाण होगा कि उत्तराखंड तकनीकि विष्वविद्यालय अभी तक कुप्रबंधन का षिकार है तथा प्रदेष में उच्च षिक्षा के क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाने में असमर्थ है। website of UTU- http://www.uktech.in/ website of NCHMCT- http://www.nchmct.org/

.C.Kukreti

Mktg, BELKotdwara

-246149Garhwal (UK)

1 comment:

  1. Nice Blog...!!
    _________________________________
    गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ की पुण्य तिथि पर मेरा आलेख ''शब्द सृजन की ओर'' पर पढें - गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ का अद्भुत ‘प्रताप’ , और अपनी राय से अवगत कराएँ !!

    ReplyDelete