Wednesday 18 February 2009

अब सुगम होंगे बदरीनाथ के दर्शन

१८feb-

रुद्रप्रयाग शहर के नीचे ९०० मीटर लंबी टनल बनाने का प्रस्तावभवन रहेंगे सुरक्षित, भूमि अधिग्रहण का झांझाट भी नही

रुद्रप्रयाग। बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग में लगने वाले घंटों के जाम से हमेशा के लिए मु1ित मिल सकती है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने केदारनाथ और बदरीनाथ बाईपास के लिए पहाड़ का सीना चीरकर ९०० मीटर लंबी सुरंग बनाने का महत्वाकांक्षी प्रस्ताव तैयार किया है। इसे अब केंद्र सरकार को भेजा रहा है। यदि मंजूरी मिली तो रुद्रप्रयाग शहर के नीचे से यह सुरंग गुजरेगी और इससे तीर्थयात्रियों की यात्रा और सुगम हो जाएगी। सुरंग के लिए ६६-आरसीसी ने मैप तैयारइस सुरंग के लिए ६६-आरसीसी ने मैप तैयार किया है। सर्वेक्षण के लिए कंसलटेंसी एजेंसियों की मदद ली जा रही है। बीआरओ की नजर में यह एकदम सुरक्षित है। फिलहाल बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को कई जगह लंबे जाम का सामना करना पड़ता है। जिसमें तीन से चार घंटे का समय बर्बाद हो जाता है। इस सुरंग के बनने से बदरीनाथ जाने वालों के लिए १० किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी। सीजन में छह लाख तीर्थयात्री दर्शन के लिए आते हैं। दूसरे विकल्प मार्ग की गुंजाइश भी नहींरुद्रप्रयाग शहर की बनावट, बसावट और भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए दूसरे विकल्प मार्ग की गुंजाइश भी नहीं है। सुरंग वाले मोटर मार्ग के निर्माण से आवासीय भवन भी सुरक्षित रहेंगे और भूमि अधिग्रहण का झांझाट भी नहीं रहेगा। केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाना है। लेकिन इस क्षेत्र में सड़कें, नदी और पहाड़ से सटे भवन हैं। इन्हें हटाना मुश्किल और खर्चीला था। इसलिए प्रस्ताव तैयार किया गया कि केदारनाथ नेशनल हाइवे को पहाड़ी के अंदर से सुरंग द्वारा रुद्रप्रयाग-पोखरी मोटर मार्ग से जोड़ा जाएगा। इसके बाद यह मार्ग बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाएगा। इसके लिए यहां अलकनंदा नदी के ऊपर एक और पुल का निर्माण किया जाएगा, ताकि यात्राकाल में वाहन नगर से सीधे बाहर निकल जाएं। प्रति मीटर पैच पर २५ लाख का खर्च६६ आरसीसी के कमान अधिकारी केके सिंह के मुताबिक सुरंग के प्रति एक मीटर पैच पर लगभग २५ लाख रुपये खर्च आएगा। सुरंग निर्माण में लगभग साढ़े २२ करोड़ रुपये खर्च होंगे। वि8ाीय वर्ष २००९-१० में यह प्रस्ताव पास होने की उ6मीद है। रोहतांग टनल भी ऐसी ही-रोहतांग टनल मनाली और लाहौल घाटी के बीच रोहतांग दर्रे के नीचे से बनेगी। - कुल ८.९ किमी लंबी इस टनल की अनुमानित लागत १७०० करोड़ रुपये हो गई है। - इसके बनने से मनाली और लाहौल स्पीति के मु2यालय केलांग की दूरी करीब ५० किलोमीटर कम हो जाएगी। - इस टनल के निर्माण से लाहौल और पांगी घाटी के बाशिंदे लगभग पूरा साल शेष विश्व से जुड़े रहेंगे।

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